गणगौर के छोटे दोहे(गणगौर गीत एवं दोहे) by-Sandhya Maheshwari
🌼गणगौर के छोटे दोहे- 7🌸
१. सज धज कर करती हूं गणगौर की पूजा,
साजन जी जैसा नहीं कोई दूजा!!
२. कोयल की जिंदगी आम के पेड़ पर,
मेरी जिंदगी साजन जी के नाम पर!!
३. आरती की थाली में जलता है कपूर,
मेरी मांग में साजन जी के नाम का सिंदूर!!
४. डब्बे में चम्मच चम्मच में घी,
जिंदगी के बिना लगता नहीं जी!
५.लेकर हाथों में हाथ,
साजन के संग लिये फेरे सात!!
६. गणगौर पर बनाया केसरिया भात,
आओ साजन जी जीमो मेरे साथ!!
७. चांदी की साइकिल और सोने की सीट,
मैं बेठूगी साजन जी के साथ डबलसीट!!
८. रामायण में राम मिले गीता से मिला ज्ञान,
साजन जी के चरणों में मेरे चारों धाम!!
९. ना कोई दूर ना कोई करीब,
साजन जी बन गए मेरा नसीब!!
१०. विराजे गणेश जी मंदिर में उनकी चारभुजा,
साजन जी के लिए करती हूं गणगौर की पूजा!!
🌸गणगौर के छोटे दोहे-8🌼
१.लटूरिया परिवार की बहू में संध्या मेरा नाम,
संजय है पति परमेश्वर और सेंधवा चारों धाम!!
२. एक दूनी दो और दो दूनी चार,
साजन जी को मुझसे हो गया है प्यार!!
३. डिब्बे में डिब्बा और डिब्बे में केक,
साजन जी मेरे है लाखों में एक !!
४. गोरा के मन में ईश्वर राधा के मन में श्याम,
जो मेरे मन को भाए साजन उनका नाम!!
५. गांव में है खेत और खेत में क्यारी,
मैं लगती हूं साजन जी को प्यारी!!
६. हजार की बग्गी और 10,000 का घोड़ा,
पिया जी के लिए मैंने मायका छोड़ा!!
७. लाल मिर्च खाते नहीं हरी मिर्च लाते नहीं,
पिया जी मेरे बिना कहीं आते-जाते नहीं!!
८. बगीचे में क्यारी क्यारी में पानी,
पिया जी मेरे राजा मैं उनकी रानी!!
९. सोने के हार में हीरे जड़े हुए,
पीछे मुड़कर देखा तो साजन जी खड़े हुए!!
१०. कटोरे में कटोरा कटोरी में घेवर,
साजन जी के मेरे पूछो मत तेवर!!
🌸गणगौर के छोटे दोहे-9🌼
१. इमली लगती खट्टी मुझे पसंद है बोर,
साजन जी मेरे ईश्वर ने उनके गणगौर!!
२. गागर में सागर सागर में पानी,
साजन जी मेरे राजा में उनकी रानी!!
३. साजन जी की मुस्कुराहट में मुझ पर ऐसा इफेक्ट किया,
मैंने सब को रिजेक्ट किया साजन जी को सिलेक्ट किया!!
४. माथे पे तिलक है और गले में हार है,
मुझे तो सिर्फ साजन जी से प्यार है!!
५. साजन जी है दीपक मैं हूं बाती,
हर जन्म में बनना तुम ही जीवन साथी!!
६. फागुन के महीने में उड़ाऊ ढेर सारे रंग,
मेरा और साजन जी का साथ जन्म का संग!!
७. गोरा ने पहनाई शिवजी को वरमाला,
मुझे मिला है साजन जी दिलवाला!!
८. रूठी हुई राधिका कान्हा जी मनाए आज,
साजन जी मेरे लिए सबसे खास!!
९. रसोई में बनाया हलवा गरम गरम,
साजन जी का नाम लेने में काहे की शर्म!!
1०. नई गोटे की साड़ी मैं बाजार से खरीद कर लाई,
पिया जी बोले वाह वाह जब पहन के दिखाई!!
Sandhya Maheshwari
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