🌸गणगौर के दोहे🌼By-Sandhya Maheshwari
🌸गणगौर के दोहे🌼
प्लेन वॉटर सी जिंदगी में रंग
मिला दिया,
घोल कर अपनी मिठास मुझे
शरबत बना दिया ,
जिंदगी शरबत सी कभी खट्टी कभी मीठी, कभी मीठी कभी खट्टी,
कभी प्यार कभी कट्टी,
बनकर बादल साजन तुम बरसे मेरे दिल की जमीन पर,
कभी राधा के जैसी प्रेयसी कभी मीरा की जैसी जोगन बना दिया ,
प्रेम का मुझे खूब सिला दिया,
अपने मन के मंदिर में मुझे मूरत बना दिया ,
घोल कर अपनी मिठास मुझे
शरबत बना दिया!!
साजन के आने से जिंदगी में
बात बन गई ,
दिन चमकीला और उजली रात बन गई ,
पाया तुम्हें तो ऐसा लगा कि रब को पा लिया,
सपना था पर अब सच यह
बात बन गई,
ख्वाहिश है मेरी मिले हम हर जन्म ,
मेरे दिल की जीत मेरी हार बन गई,
जिंदगी अब आपकी सौगात बन गई ,
दिन चमकीला और उजली रात बन गई!!Sandhya Maheshwari
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